
बिजली के प्राइवेट होने पर किसान नेताओं ने बगावत में भरी हुंकार
अगर बिजली प्राइवेट हुई तो करेगें बड़ा आंदोलन भले ही जेल जाना पड़े – राजनेत यादव
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पूर्वांचल व दक्षिणांचल की बिजली निजीकरण प्रस्ताव के विरुद्ध व अन्य के मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पूरे उत्तर प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा गया | आजमगढ़ में भी प्रदर्शन करते हुए जिला अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट आजमगढ़ को संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा ज्ञापन सौपा गया | ज्ञापन सौपने के बाद जय किसान आंदोलन के प्रदेश अध्यक्ष राजनेत यादव ने बताया कि यदि सरकार बिजली का निजीकरण करके प्रीपेड मीटर लगाईगी तो हम लोग उसका विरोध करते हुवे मीटर को तोड़ कर जेल भरो आंदोलन चलाने के लिए मजबूर होंगे |
इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी | सरकार बिजली के नाम पर लूट मचा रखी है, हम इसका भरपूर विरोध करने के लिए तैयार हैं | टेंडर प्रीपेड का पड़ा तो लड़ाई आर-पार की लड़ी जाएगी | अभी गांवों मे सही से बिजली के खंभे नहीं पहुच पाए हैं और बात प्राइवेट करने की चल रही है | जो खंभे और तार लगाए गए हैं वह जनता के खून पसीने की कमाई से दिए गए टैक्स से बनी है | अगर बिजली प्राइवेट हुई तो दुबारा ढेबरी और लालटेन का जमाना आ जाएगा जो की अच्छा नहीं होगा | सरकार को 300 यूनिट बिजली बिल यूपी मे भी माफ करना चाहिए साथ ही बकाया पुरानी बिल घरेलू और किसान की भी माफ होनी चाहिए |
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