
माँ
आज माँ का दिन है, यह माँ के प्यार और समर्पण को मनाने का दिन है।

माँ हमारी पहली शिक्षिका और सबसे बड़ा सहारा है।
उनका प्यार असीमित है और जीवन को सार्थक बनाता है।
आप अपनी माँ को विशेष महसूस कराने के लिए डिनर पर ले जा सकते हैं, उनके लिए खाना बना सकते हैं, या उन्हें स्पा पैकेज गिफ्ट कर सकते हैं।
“कुछ अनमोल विचार जैसे “माँ बिना जिंदगी वीरान होती है”
माँ हमारे जीवन की सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति होती हैं। वे हमें जन्म देती हैं, पालती हैं, और बिना स्वार्थ के हमारी हर खुशी के लिए प्रार्थना करती हैं। उनका प्यार हमें हर मुश्किल में सहारा देता है। यह रिपोर्ट माँ के महत्व, उनके प्रति प्यार व्यक्त करने के तरीकों, और माँ के दिन को मनाने के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करती है। यह जानकारी उपयोगी है, विशेष रूप से आज, जो मई के दूसरे रविवार को पड़ता है और माँ का दिन है।
माँ को अक्सर “भगवान का दूसरा रूप” कहा जाता है, जो ममता, बलिदान, और असीमित प्यार का प्रतीक है। वे हमारे जीवन की पहली शिक्षिका, पहली मित्र, और सबसे बड़ा सहारा होती हैं। माँ का हाथ हमें हर मुश्किल में सहारा देता है, और उनकी दुआएं हमें हर बाधा पार करने की शक्ति देती हैं।
उनका प्यार बिना शर्त है और किसी एक दिन तक सीमित नहीं है। जैसे कि एक लेख में कहा गया है, “माँ बिना जिंदगी वीरान होती है,” यह दर्शाता है कि उनकी उपस्थिति हमारे जीवन को सार्थक बनाती है |
माँ का दिन हर साल मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है, जो इस साल, 11 मई, 2025 को पड़ रहा है। यह दिन पूरी दुनिया में, विशेष रूप से भारत में, माँ को सम्मान देने और उनके प्रति प्यार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि माँ हमारे जीवन में कितनी महत्वपूर्ण हैं और उनके बिना हमारा जीवन अधूरा है।

“माँ का हाथ प्रेस की तरह होता है, माथे पे आयी सिकनों को वह हाथ फेर के मिटा देती है।”
भारत में, माँ को परिवार की रीढ़ माना जाता है। वे न केवल बच्चों की देखभाल करती हैं, बल्कि परिवार के हर सदस्य के सुख-दुख में साथ देती हैं। विभिन्न भारतीय भाषाओं में माँ को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है, जैसे “अम्मा,” “माई,” और “आई,” जो उनकी व्यापक स्वीकृति और सम्मान को दर्शाता है।
माँ का दिन भारत में भी उत्साह से मनाया जाता है, और लोग अपनी माँ को उपहार, कार्ड, और विशेष भोजन के साथ सम्मानित करते हैं।
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