लगभग 25 वर्षों से लगातार ग्रामीण खेल और खिलाड़ियों को तरासनें में लगे हुए हैं……राष्ट्रीय पहलवान अमरजीत यादव
नमस्ते निज़ामाबाद क्या है ?
ग्राम सभा चढ़ई में एक साधारण किसान परिवार में सन् 1987 जन्मे अमरजीत यादव पुत्र केदारनाथ यादव का लगाव बचपन से ही कुश्ती खेल में रहा चडई गांव में ही स्व खरपत्तू पहलवान के नेतृत्व में कुश्ती कला को सिखाते हुए मेरठ गोरखपुर सैफई इटावा आदि स्थानों पर कुश्ती प्रशिक्षण लेकर कई राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के साथ ही स्नातक पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर बी पी एड कानपुर विश्वविद्यालय तथा एम पी एड लखनऊ विश्वविद्यालय से करते हुए भी ग्रामीण क्षेत्र के बालक एवं बालिकाओं को खेल से जोड़ने में लगे तो तमाम समस्याओं को झेलने के बाद लगा कि आजादी के 77 वर्ष बाद भी हमारे देश में सुविधाओं एवं संसाधनों के अभाव में दर दर भटकना पड़ता है राष्ट्रीय पहलवान अमरजीत यादव ने कहा कि अब तो ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा खेल परम्परा निर्वाहन तक सिमट कर रह गए हैं अब नागपंचमी पर्व आने वाला है इस समय कुछ जगह जगह पर कुश्ती कबड्डी दौड़ जम्प आदि देखने को मिलेंगे लेकिन देश एवं खेल का विकास तभी हो सकता है जब यह प्रेक्टिस अनवरत जारी रहे और और इसे आगे बढ़ाने में शासन और विभाग का सहयोग मिले हमारे गांव चडई में स्व गुरु खरपत्तू पहलवान जी के मार्गदर्शन से पूरी ग्राम सभा में लगभग सैकड़ो लोग पुलिस फोर्स रेलवे आदि में देश की सेवा कर रहे हैं उन्ही की प्रेरणा से मैं लगभग पच्चीसों साल से ग्रामीण क्षेत्र में खिलाड़ियों को निखारने का प्रयास अपने सहयोगियों के साथ कर रहा हूं लेकिन अभी तक उसमें संतोषजनक परिणाम नहीं मिल पा रहा है वर्तमान समय में हमारे देश की आबादी विश्व में दूसरे नंबर पर है लेकिन अगर खेल के ऊपर एक नजर डाला जाए तो जब भी ओलंपिक एशियाड राष्ट्रमंडल आदि खेल होते हैं तो हमारे देश में जनसंख्या के हिसाब से मेडल अंगुली पर गिने जाते हैं इसके पीछे क्या कारण है देश को आजाद हुए लगभग 75 साल से ऊपर हो गए लेकिन अभी हमारे देश में ग्रामीण क्षेत्र की सुविधा सुधार नहीं पाई हैं जिसका कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन यापन करने वाले खिलाड़ियों एवं नौजवानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और आज भी हमारे देश की लगभग 80 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है लेकिन सुविधाओं और योजनाओं के नाम पर हमारे देश में सिर्फ कागजी कार्रवाई और कोरम पूरा किए जाते हैं यही कारण है कि हमारे देश में खिलाड़ियों को ना तो बेहतर सुविधाएं मिल पाती हैं और ना ही संसाधन उपलब्ध हो पाते हैं जिसके कारण बड़ी खेल प्रतियोगिताओं में हमारे देश का निराशाजनक प्रदर्शन होता है अगर देश की खेल व्यवस्था को चुस्त एवं दुरुस्त कर खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण व सुविधा दिया जाए तो हमारे देश में भी प्रतिभाओं की कमी नहीं है लेकिन इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में हर ग्राम सभा स्तर पर मिनी स्टेडियम के साथ खेल प्रशिक्षकों की व्यवस्था कर ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को आगे निकलकर देश के गौरव को बढ़ाने में बेहतर सहयोग लिया जा सकता है राष्ट्रीय पहलवान अमरजीत यादव ने कहा कि चडई अखाड़े के साथ ही अब भगत सिंह खेल एकेडमी निजामाबाद में बालक एवं बालिकाओं को कुश्ती कबड्डी दौड़ ऊंची कूद कुराश आदि खेलों में प्रशिक्षित किया जा रहा है राष्ट्रीय पहलवान अमरजीत यादव ने कहा कि इधर लगभग एक पंचवर्षीय के अन्दर बालक एवं बालिकाओं का रुझान टी वी और मोबाइल पर तेजी से बढा है इसके लिए परिवार के अभिभावक और बच्चे भी जिम्मेदार है लेकिन अगर ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों की समुचित व्यवस्था संसाधनों के साथ किया जाए तो आज भी ग्रामीण क्षेत्रों से बेहतर प्रतिभाएं आगे निकल सकती है |
नहर सिंचाई विभाग ने दिखाया मुकदमे ……
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2 thoughts on “सुविधाओं एवं संसाधनों के अभाव में दर दर भटक रहे खिलाड़ी”